शिवधर्मगाथा
जिजाऊ शिवाचा। आहे जो बछडा।।
तोचि रे फाकडा। शिवधर्मी।।१।।
शिवधर्म मूळ। शिवबाचे कूळ।।
जिजाऊ राऊळ। सिंदखेड।।२।।
जात पात नाही। देवपूजा सोडा।।
भटाची ना पिडा। औषधाला।।३।।
सिंदखेड राजा। शिवधर्म पीठ।।
चालू केली वाट। गौतमाची।।४।।
आपुला तो आहे। खरा शिवधर्म।।
पूर्वजांचे वर्म। कळो येई।।५।।
दशरथ यादव, पुणे
तोचि रे फाकडा। शिवधर्मी।।१।।
शिवधर्म मूळ। शिवबाचे कूळ।।
जिजाऊ राऊळ। सिंदखेड।।२।।
जात पात नाही। देवपूजा सोडा।।
भटाची ना पिडा। औषधाला।।३।।
सिंदखेड राजा। शिवधर्म पीठ।।
चालू केली वाट। गौतमाची।।४।।
आपुला तो आहे। खरा शिवधर्म।।
पूर्वजांचे वर्म। कळो येई।।५।।
दशरथ यादव, पुणे
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